MBA chaiwala biography

MBA Chai Wala नाम तो सुना ही होगा आपने, तभी तो आप इस पोस्ट को पढ़ने आए है।MBA Chai Wala बिजनेस आज इतनी ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले व्यक्ति का नाम है प्रफुल्ल बिल्लौर,अपने पढ़ाई के साथ साथ सड़क के पास एक चाय का ठेला खोलकर करोड़ों का व्यापार किया,MBA Chai Wala ने अपने इस चाय के बिजनेस की शुरुआत अहमदाबाद शहर से की औरआज के समय में MBA Chai Wala कंपनी का टर्नओवर 5 करोड़ से भी ज्यादा हैऔर पूरे भारत मे 50 से भी ज्यादा फ्रेजईसी है।

चाय का बिज़नेस शुरू किया (Start Chai Business)

जब प्रफुल्ल बिल्लौर अपनी पढ़ाई कर रहे थे तब उनके दिमाग में एक आईडिया चलता था कि मुझे कुछ बड़ा करना है इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पूरे भारत की या
त्रा की और समझा कि पूरे भारत में पीने की अगर कोई चीज है जो सबसे ज्यादा पी जाती है तो पानी के बाद चाय है तो उन्होंने सोचा कि क्यों न चाय का बिजनेस को स्टार्ट करु और इसे पूरे भारत में फैला दु। मात्र 20 साल की उम्र मे शुरू किये बिज़नस ने आज इतना बड़ा एंपायर खड़ा किया है जिसका नाम है MBA Chai Wala
MBA Chai Wala जितना प्यारा यह नाम है उतनी ही प्यारी है MBA Chai Wala की जीवन कहानी, तो आइये जानते हैं प्रफुल्ल बिल्लौर के जीवन परिचय के बारे में।

प्रफुल्ल मानते थे की चाय ही एक ऐसी चीज़ है जिसे कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक सभी पीना पसंद करते है। अतः उन्होंने इसे अपने मुख्य प्रोडक्ट के रूप में चुना। वे कहते हैं की दुनिया में कोई भी काम छोटा नही होता, देखा जाए तो आज विश्व प्रसिद्ध जूता बनाने वाली कम्पनी Bata भी एक मोची है। जब प्रफुल्ल बिलौर उर्फ ‘एमबीए चायवाला’ ने अपनी चाय की दुकान ओपन की तब इनके पास ग्राहक नहीं आते थे। इसीलिए यह खुद अपनी चाय बनाकर के ग्राहकों के पास ले जाते थे और उन्हें अपनी चाय टेस्ट करने के लिए देते थे।

ऐसे मे धीरे-धीरे ग्राहकों को उनके चाय का टेस्ट पसंद आने लगा। हालांकि अन्य चायवाले प्रफुल्ल से जलन रखने लगे और कई बार उन्होंने इनके साथ धक्का-मुक्की भी की और इन्हें धमकी भी दी कि यह अपना धंधा बंद कर दें, परंतु प्रफुल्ल ने हार नहीं मानी और वह लगातार अपने काम पर लगे रहे। इस प्रकार लगातार मेहनत के साथ काम करने के कारण धीरे-धीरे प्रफुल्ल की दुकान चल पड़ी और इनकी दुकान पर ग्राहकों की भीड़ लगने लगी और वर्तमान के समय में प्रफुल्ल का सालाना टर्नओवर चाय की दुकान से ही 1 करोड़ से लेकर के 2 करोड़ के आसपास तक पहुंच गया था।‌ इन्होंने अपनी दुकान का नाम एमबीए चायवाला रखा है।

mba chai wala full formMr Billore Ahmedabad
पूरा नामप्रफुल्ल बिल्लौर
प्रसिद्धि का कारणएमबीए चायवाला की दुकान
जन्म तारीख14 जनवरी 1996
धर्म (Religion)हिंदू
जाति (Caste)ब्राह्मण
वर्तमान उम्र (Age)26 साल
राष्ट्रीयताभारतीय
जन्म स्थानधार,मध्यप्रदेश
वर्तमान निवासअहमदाबाद,गुजरात,भारत
पढ़ाईबीकॉम और एमबीए ड्रॉपआउट

‘एमबीए चायवाला’ बिज़नेस (‘MBA Chaiwala’ Business)
एमबीए चायवाला ने अपने धंधे की शुरुआत चाय बेचने से तो की थी, किन्तु वर्तमान के समय में यह चाय बेच करके ही करोड़पति इंसानों की लिस्ट में वे शामिल हो चुके हैं। बता दें कि इनकी चाय की दुकान का नाम ‘एमबीए चायवाला’ है, जो आपको अहमदाबाद में मिलती है। इनकी सफलता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि वर्तमान में यह ‘एमबीए चायवाला’ की फ्रेंचाइजी भी देने लगे हैं, जी हां इसके लिए यह 4-5 लाख रुपए तक का चार्ज लेते हैं।

Prafull Billore Education

प्रफुल्ल बिल्लौर ने अपनी प्राथमिक शिक्षा इंदौर से ही प्राप्त की, उसके बाद इन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए MBA सिलेक्ट किया, जिसके लिए उसके परिवार वालों ने भी इनका पूरा सपोर्ट किया, उसके बाद Prafull Billore ने अहमदाबाद के IIM से MBA के लिए 3 साल तक CAT के एग्जाम दिए, परंतु सफलता नहीं मिली। इसके बाद यहीं से बीकॉम B.com की पढ़ाई शुरू की और भारत भ्रमण के लिए भी गए और इसी कारण चाय की दुकान खोलने का आइडिया भी मिला।

अब बताते है कि प्रफुल्ल बिल्लौर किस तरीके से चाय का ठेला लगाना शुरू किया और इसके पीछे इन्हें कहां से आइडिया मिला।

प्रफुल्ल बिल्लौर जब पूरे भारत की यात्रा की, तो एक चीज का पता चला कि पूरे भारत में अगर कोई पीने की चीज है जो सारे हिंदुस्तान में ड्रिंक के रूप में पी जाती है तो वह है चाय!

इसको लेकर उन्होंने थोड़ा सा सोचना शुरू किया कि क्यों ना यह भी चाय का बिजनेस स्टार्ट करें और इस बिजनेस को पूरे भारत में फैला दे। प्रफुल्ल बिल्लौर ने जब यह सोचा कि मैं चाय का ठेला लगा लूंगा और ठेला लगाने मे 50 दिन लगा दिए, तो आप सोच लो कि एक चाय का ठेला लगाने के लिए भी उन्होंने 50 दिन सोचने में लगा दिए तो कोई भी बड़ा बिजनेस करने के लिए हमें सबसे पहले उसकी प्लानिंग करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है।

Prafull Billore Family

दोस्तों आज भारत में बच्चों के माता-पिता उन्हें अच्छी शिक्षा के लिए पैसे दे देंगे परंतु कहीं घूमने या फिर कुछ काम करने के लिए पैसे नहीं देंगे। ऐसा ही Prafull Billore के साथ भी हुआ उनके पिताजी ने उन्हें भारत घूमने के लिए भी पैसे नहीं दिए थे तो उन्होंने अपनी सेविंग के पैसों से पुरे भारत की यात्रा की।
इसके बाद प्रफुल्ल बिल्लौर को पता था कि अगर मैं चाय का ठेला खोलने के लिए अपने घर वालों से पैसे मांग लूंगा तो वह बिल्कुल भी नहीं देंगे, तो उन्होंने एक कोर्स के नाम पर घर वालों से 16000 रुपये लिए और उसके बाद 2017 मे चाय का ठेला अहमदाबाद शहर से स्टार्ट किया।

शुरुआत में उन्होंने जब 2017 मे चाय का ठेला लगाया तो उन्हें कुछ भी पता नहीं था कि किस तरीके से चाय बनाई जाती है बर्तन किस तरीके से साफ किए जाते हैं प्रफुल्ल बिल्लौर सड़क के किनारे चाय का ठेला लगाते थे जहां पर बहुत सारे मच्छर भी होते थे।
आप सभी को एक मजे की बात बताता हूं कि जब प्रफुल्ल बिल्लौर ने चाय का ठेला लगाया तो 3 से 4 महीने तक इन्होंने अपने दुकान का कोई नाम भी नहीं रखा, उसके बाद Prafull Billore ने अपने ठेले का नाम Mr. Billoure रख दिया, लेकिन इस नाम से उनके कई दोस्त अलग-अलग मतलब निकाल कर इनकी दुकान पर आया करते थे।

एक दिन प्रफुल्ल बिल्लौर ने अपने डायरी में 400 नाम लिखें कि मैं अपने चाय की दुकान का नाम क्या रखूं, तो उन्होंने जो भी नाम सेलेक्ट किए उन्हें इंटरनेट पर भी खंगाला तो उन्हें पहले से ही उस नाम का इंस्टाग्राम अकाउंट या वेबसाइट मिल जाती थी जिस कारण इन्होंने उन सभी नामों को रिजेक्ट कर दिया।

इसके बाद दोस्तों एक दिन यह रात को 2:00 बजे अपने चाय के ठेले पर बैठे थे तो उन्होंने सोचा कि क्यों ना मैं MBA Chai Wala नाम रख दूं।

MBA का मतलब मिस्टर बिल्लौर अहमदाबाद होता है तो इस तरीके से उन्होंने अपने ठेले का नाम MBA Chai Wala रख लिया परंतु इसके बाद इनके काफी ज्यादा मींस बनने लगे, लोग मजाक उड़ाने लगे और यह एक मजाक का पात्र बन के रह गये थे।

ज़्यादातर लोग इनके ठेले पर चाय पीने नहीं आते थे बल्कि बाहर से ही मजाक उड़ाते हुए चले जाते थे तब उन्होंने काफी ज्यादा मेहनत की और अपने आंसू और पसीने से काम करते हुए उन्होंने इस मुकाम को हासिल की।

इसके बाद इन्होंने धीरे-धीरे पैसा कमा कर एक कैफे लिया और कई तरह तरह के ऑफर निकाले, वैलेंटाइन डे पर फ्री चाय का भी ऑफर दिया इन्होंने कई जगह पैसा डोनेट भी किया और कई कार्यक्रमों में यह फ्री में चाय भी पिलाते थे इसी तरीके से इन्होंने हजारों लाखों चाय फ्री में पिलाई तब जाकर MBA Chai Wala नाम हासिल कर पाये।

इसके बाद उनके पास कई जगह से ऑफर मिलते थे और यह दिल्ली बिहार सरकार के कार्यक्रमों में भी चाय पिलाने का काम करते थे धीरे-धीरे MBA Chai Wala को कॉलेज तथा इवेंट्स में बुलाते थे और वहां पर लेक्चर देना स्टार्ट किया।

शुरुआत में दोस्तों इनके फेसबुक पर तथा इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट के उपर लोग हंसते थे लेकिन आज उनके पोस्टों पर लोग अप्रिशिएट करते हैं।

MBA Chai Wala ने वर्तमान समय में चाय के बिजनेस को पूरे देश में फैलाया है इसके साथ ही MBA Chai Wala एकेडमी के रूप में यह शिक्षा के क्षेत्र में भी काम कर रहे हैं तथा भारत के ऐसे लोग जिनके पास कोई आईडिया है लेकिन पैसे नहीं है तो उनके लिए यह पैसे इकट्ठा करने के लिए भी काम कर रहे हैं।


FAQ
Q : एमबीए चायवाला का मालिक कौन है?
Ans : प्रफुल्ल बिल्लौर

Q : एमबीए चायवाला की फ्रेंचाइजी कितने में मिलती है?
Ans : 3 से 4 लाख रुपए में

Q : एमबीए चायवाला का सालाना टर्नओवर कितना है?
Ans : 2 करोड़ रुपए से लेकर के 3 करोड रुपए

Q : एमबीए चाय वाला की दुकान कहां पर है?
Ans : गुजरात के अहमदाबाद शहर में

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